इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रहे समाज सेवक सैयद साजिद अली अपने पिता द्वारा गाँव में चलाए गए विद्यालय से प्रेरणा लेकर 2008 में सैयद साजिद अली द्वारा फ़ैज़-ए-आम इंस्टीट्युशन के नाम से एक सोसाइटी की स्थापना की जिसके अंतर्गत मदरसा और कंप्यूटर सेंटर चलाए गए। अपने और आस-पास के गाँव में कोई भी महाविद्यालय न होने और गाँव वासियों का पढ़ाई में रूचि होने के कारण लोगों द्वारा प्रोत्साहित किए जाने पर समाज की सेवा के लिए झुझारू रहे सैयद साजिद अली ने 2011 में अमजद ख़ान, एजाज़ क़मर, नजमा बेग़म, मोबीना बेग़म, माजिद अली द्वारा दान की गई ज़मीन पर मौलाना अबुल कलाम आज़ाद फ़ैज़-ए-आम महाविद्यालय की सथापना की।
इस महाविद्यालय को सुचारू रूप से चलाए रखने में आम लोगों ने योगदान देकर भरपूर सहयोग किया। समय के साथ स्थानीय विधायकों ने भी अपना सहयोग देकर महाविद्यालय को आगे बढ़ाया। 2014 में सैयद साजिद अली ने अमजद ख़ान द्वारा दान दी गई खेती की ज़मीन पर अपने पिता का नाम रौशन करते हुए छेदी ख़ान समशुल क़मर इंटर कॉलेज बनवाया।
सैयद साजिद अली आजीवन शिक्षा और समाज की बेहतरी के ले काम करते रहे। उनके देहांत के बाद उनकी स्मृति में संस्था द्वारा आज भी निरंतर समाज हित काम जारी है।